Friday, January 21, 2011

घोर अन्धकार में उजाले की एक किरण नमो भाई नरेन्द्र मोदी

वर्तमान के राजनितिक घोर अन्धकार , रास्ट्र रास्ट्रवासियों पे छाये घोर संकट में आने वाला समय अत्यंत भयावह दिख रहा हे |वर्तमान हर भारतीयों के जीवन के हर क्षेत्र में घुस चुके संक्रमण काल में वाह दिशा सुल सा हो चूका हे |मुद्दे गिनाने कि आवश्यकता यंहा नदी के किनारे बेठ के पत्थर फेकने जेसे व्यर्थ होगा |रास्ट्र के भविष्य के बारे कुछ भी समझ नहीं आ रहा हे कि वो क्या होगा ?कहते हे प्रजा का भाग्य राजा के भाग्य स जुड़ा होता हे ,यदि राजा या शासक कि नियत सही हे तो राज्य या रास्ट्र उन्ती पथ पर तेजी आगे बढ़ता हे वंहा कि प्रजा खुशहाल रहती हे |गुजरात और पडोसी देश चाइना चाइना इस के उदाहरण हे |और यदि नियंता ही चरित्र हीन और कूनिती वाले हो तो वंहा त्राहि मान मच जाता हे जेसे वर्तमान शेष भारत और पाकिस्तान इसके ताजा नमूने हे |
भूमिका कफी बंध चुकी हे अब आते हे मुख्य मुद्दे पर आते हे |वर्तमान में सत्ता के शिखर पे शुन्य हे ,कोई नेत्र्तव वाली स्थिति नहीं हे उल्ट परदे के पीछे से साजिशो के सरगना और रास्ट्र भंजक ताकते शक्ति शक्ति शाली रूप से हावी हे | नेत्र्तव विहीन रास्ट्र आगे नहीं बढ़ता हे बल्कि शोषण अन्याय के पीछे घसीटता चलता जाता हे| इसी नेत्र्तव विहीनता की स्थिति में भारतीय नागरिक समाज की कर्तव्य मूढ़ हे ?पोरानींक ज़माने से लेकर आज तक नायको में अपना उदार ढूढने वाले भारतीय जनमानस को आज भी एक राजनेतिक नायक की आवश्यकता हे जो रास्ट्र समाज को विशव में एक मिसाल दे ,जेसे दबे कुचले चीन को सुपर पॉवर बना दिया |वर्तमान राजनीती के केन्द्रीय परिद्रश्य में कोई नेता ऐसा नजर नहीं आता हे |अटल बिहारी वाजपेयी ने पांचसाला मिसाल पेश की थी लेकिन भारतीय जनता की क्षेत्रीय आकांक्षावो ने उसको ध्वस्त का दिया |इन सभी घटाघोप अंधेरो के बीच आशा की किरण भी हे वो हे पूरे रास्ट्र में युवावो के लोकप्रिय विकास और हिन्दुत्व के आइकोन गुजरात के हीरो और मुख्यमंत्री ""श्री नरेंद्र भाई मोदी |
जिस प्रकार इन्होने गुजरात का चहिमूखी विकास कराया हे शांति और स्थिरता दी हे इनकी नेत्र्तव क्षमता पे इनके घोर विपक्षी भी इन पर ऊँगली नहीं उठा सकते हे |जिस प्रकार इन्होने गुजरात को विकास का रोल मॉडल बनाया हे इनकी राजनितिक सुझबुझ का आर्थिक ज्ञान व् विभिन्न विकासौमुखी योजनावो की समझ का परिचय देता हे |राजनितिक ,आर्थिक ,गृह ,डिप्लोमेसी ,तकनिकी ,ओद्योगिक ,शेक्षिक ,कार्षिक ,करीब करीब सभी विषयों की समझ रखने वाले नरेंद्र भाई ने गुजरात को चमन बना दिया |इस रीढ़ विहीन नेता गिरी और परिवार वाद के दोर में नरेंद्र भाई संघ की भट्टी में तप के निकलने वाले खरा सोना हे |अटल बिहारी वाजपेयी की जेसे आजीवन कंवारे रह के रास्ट्र सेवा का प्रण लेने वाले नरेंद्र भाई ही एक मात्र रीढ़ वाले नेता हे जो सोनिय गाँधी को सीधी चुनोती देने का साहस रखते हे |"'स्टील मेन "' के नाम विख्यात नरेंद्र भाई के फेस बुक पे ९०००० फोलोवर हे जिस से इनकी लोकप्रियता का अंदाज लगाया जा सकता हे जबकि तथाकथित अधेड़ युवा ?भोंदू बाबा राहुल गाँधी ४०००० हजार फोलोवर hi हे |
वर्तमान की स्थ्तीयो को देखते हुवे नरेन्द्र मोदी ही अगले प्रधान मंत्री पद के उपयुक्त दावेदार हे ,केन्द्रीय बी .जे .पी भी ये बात गाँठ बांध ले की अगले चुनावो यदि वो मोदी जी को प्रधानमंत्री के लिए अचानक प्रमोट करे तो जनता में मोदी की वो लहर बनेगी की इनके तूफ़ान में बड़े बड़े सुरमा घास के तिनको की तरह बह जायेंगे |गुजरात के २००२ के दंगो के बाद विरोधी ,रास्ट्र विभाजक शक्तिया व् सेकुलर मीडिया भांडो ने जाँच एजेंसियों दुआरा राजनितिक षड्यंत्र के मोदी को घेरने की खूब कोशीश की अंत में इनके उल्टा जूता मूह पे पड़ा |भोंदू बाबा के प्रधान मंत्री के सपने देखती कांग्रेस और सोनिया गाँधी की सबसे बड़ी बाधा भाई नरेन्द्र मोदी ही हे |नरेन्द्र भाई की तुलना में इस भोंदू की ओखात दो कोडी की भी नहीं हे ,लेकिन एक अभियान के तहत जिस तरह भांडो दुआरा मीडिया कैम्पेन चलाया गया , और भावनात्मक वीक भारतीय पब्लिक झांसे में आती गयी लेकिन कहते हे ना की झूंट के पांव नहीं होते हे इसकी कलई बिहार चुनाव में खुल गयी ,उसके बाद में उलूल जुलूल बयानों ने तो इस मिस चीफ को पब्लिक में मानसिक रूप से नंगा कर दिया |कांग्रेस २००५ के बाद मोदी बनाम भोंदू बाबा केम्पेन चलाती आई हे ,लेकिन वो कहते हे ना की घर में ही चाकू पड़ा हो तो रस्सी काटने के लिए बाहर दुकान से ब्लेड मांगने की क्या जरूरत ?बी .जे .पी में भी कई नेता ऐसे हे जो नरेन्द्र भाई को को सेंटर में नहीं देखना चाहते हे लेकिन में उन्हें कहना चाहता हूँ की रास्ट्रवादी पॉवर को सत्ता में देखना चाहते हो तो भाई नरेंद्र मोदी को शीर्ष पे लाना होगा |आम पब्लिक और युवा उनकी भागीदारी सिर्फ गुजरात तक नही चाहते हे वो चाहते हे की "' स्टील मेन"' भारतीय सत्ता को सम्भाले , वो चाहते हे की भ्रसटाचारियो की सम्पती छीन ली जाये और उस से बच्चो और मरीजो को शिक्षा चिकित्सा दी जाये ,उनकी इच्छा हे के खरबों हजारो का पब्लिक मेहनत की कमाई के टेक्स का चोरी किया गया स्विस जेर्मन बेंको जमा कला धन वापस रास्ट्र में आये ,उनका मन हे की उन्हें यु महगाई में बेमतलब ना पीसा जाये और जो मुनाफा लोबिया जो सरकार पे हावी हे उन्हें दण्डित किया जाये ,किसानो की नरेंद्र से भाई से आशा हे की भाई हमें मोसम का गुलाम होने ना दीजिये ,आप अटल बाबा की नदी जोड़ परियोजना को वापस चालू करिए जिस से से हम बाढ़ और सूखे से बच सके ,भारतीय युवावो की भाई से अपेक्षा हे की आप के राज में हमे ऐसा माहोल मिले की हम चाइना और यु .एस. को भारतीय हिंदी सिखा सके |भारतीय सेना और हमारे सुरक्षाबलो को को उम्मीद हे की नरेंद्र भाई जेसे रास्ट्रवादी का शासन आने पर हमारी शहादत को कभी भी जिल्ल्लत नहीं भोगनी पड़ेगी जेसे की संसद हमलो में शहीद, बटाला हाउस एन्कोउन्टर में शहीद ,मुंबई हमलो में शहीद ,नक्सली हमलो में शहीद सुरक्षाक्रमी ,कश्मीर में सुरक्षा बलों का अपमान आदि आदि |आज हर भारतीय चाहता हे की बोफोर्स मामले के दूध का दूध और पानी हो ?आज हम आम भारतीय जनता जनता सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी और के गुप्त विदेशी खातो के बारे में जानना चाहते हे ? भाई आप के अलावा कोई नही निकलवा सकता विवरण |
आज हर भारतीय को उस बेदाग़ छवि वाले और विकास पुरुष नरेन्द्र भाई मोदी के अखिल भारतीय nerartv ki asha he |

वन्दे matrm

5 comments:

  1. वीर पुरूषों का सम्मान!!

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  2. kuch atishyokti si lagi aapke lekh me..magar dil se sahamat

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  3. कांग्रेसी नेता इस बात का जी तोड़ प्रयत्न कर रहे हैं कि किसी प्रकार से सत्ताधारी परिवार (दल नही परिवार) की छवि गरीबों के हितैषी के रूप मे सामने आए, इसके लिए वो छल छद्म प्रपंच इत्यादि का सहारा लेने से भी नही चूकते। इसकी जोरदार मिसाल आपको नीचे के चित्र मे मिल जाएगी
    http://bharathindu.blogspot.com/2011/03/blog-post.html?showComment=1299158600183#c7631304491230129372

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  4. bas unke pm banne ka intjaar h

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