Monday, September 19, 2011

अपने गिरेबान में झांके वर्ण संकर छद्दम सेकुलर !!!

२००२ में गुजरात में गोधरा के बाद हुयी स्वस्प्रूत हिंसा में हिन्दू मुस्लिम लोग दोनों मरे गये थे |उसी के बाद से छद्दम सेकुलरो और वामपंथियो विदेशी पोषित बुद्दिजीवियो की सुई यंही अटक गयी हे जबकि नरेंद्र मोदी जी का गुजरात देश में सब से आगे निकल चूका हे |इन्हें पूछना चाहता हूँ की सत्ता की कटु लालसा में दलाल नेहरु और अंश्न्बाज लंगोटी वाले गाँधी ने १९४७ में देश का विभाजन करवाया परिणाम स्वरूप लाखो हिन्दू मुस्लिम का कत्ले आम हुवा ,लाखो अब्लावो ओरतो की इज्जत लूटी गयी करोड़ो लोगो को बेघर कर दिया गया |अकेले नोआखाली में लाखो हिंदुवो को सो काल्ड लंगोटीबाज की अहिंसा के मन्त्र में काट डाला गया |यानि चारो तरफ इतना अराजक माहोल था की यदि कोई सच्चे दिल का आदमी होता और सच्चा मानवता वादी तो ऐसी निर्मम सत्ता के ठोकर मार कर इंसानियत की सेवा के लिए तुरंत नेतिकता के आधार पर प्रधान मंत्री की कुर्सी पर बेठने से मना कर देता ,लेकिन सत्ता के दलाल नेहरु ने सत्ता की हसीना को ऐसे गले लगाया की ६ दशक तक सत्ता इसकी और इसके परिवार की बपोती बन गयी |नेहरु के बाद भी सत्ता के नशे में इस परिवार के कूकर्म कम नहीं हुवे ,एक से बढ़ कर एक कूक्र्मो की नुमाइश इस परिवार ने सत्ता के नशे में की ,भारत के दुश्मन अंग्रेज जिस भारत को जोड़ कर गए थे उसी भारत को तोड़ने का ""खोडला ""कर्म सत्ता के दलाल इस परिवार ने किया !!
आज ये ही नरेंद्र मोदी जी को राजधर्म का पाठ पढने की सलाह देते जिसके खानदान के प्रत्येक सद्शय के हाथ आम आदमी के खून से रंगे हे ,चाहे किस भी प्रकार से इन्होने जुल्म किये हो ?चाहे सिखों का कत्ले आम हो ,चाहे कश्मीरी पंडितो का कत्ले आम और बेघरपना हो ,चाहे भोपाल गेस कांड में मारे गये ३०००० लोगो पीड़ा हो ,ऐसा राजनितिक घोर पापी परिवार विश्व के पटल पर कंही कभी नजर नहीं आता हे |ये नरेंद्र मोदी जी पर उंगली उठाने की जुर्रत करते हे ?नरेंद्र मोदी जी जेसे शेर तो सदियों में पैदा होते हे ,जो ऐसे पापी खानदान का अंत करने के लिए ही पैदा होते हे v@

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