Thursday, November 4, 2010

कांग्रेस की बेहयाई और राजनितिक नंगापन

लगातार दो बार बिल्ली भाग के छींके की तरह केंद्रये सता पा के कांग्रेस हरम की उस लोंड़ी की तरह बोरा गयी हे जिसे महाराज ने पटरानी बना दिया हो |इसके हेंडलूम छाप नेतावो और नवेले पालतू पिल्लो टाइप के इसके पर्वकताओ के हॉल ही के दिनों में दिए गए बयानों सिध हो जाता हे की सत्ता का नशा इस पार्टी को जम्म के चढ़ा हे | कांग्रेस का हाथ गरीबो के साथ ,कहने वाली कांग्रेस पार्टी कितनी संवेदलशील हे ? चाहे महंगाई हो ,चाहे कश्मीर अलगाव वाद की आग में जल रहा हो ,नक्सलवादी चाहे आधे भारत में में समांतर सत्ता चला रहे हो ,खेलो के नाम पर अरबो खरबों को सत्ताकी शह से उसकी नाक नीचे जीम लिया गए हो ,देश की आर्थिक राजधानी में सेनिको की विधवावो को आवंटित फलेटोको इन राजनेतिक चोरो ने बंदरबांट कर ली हो ,देश भले ही विभाजन के कगार पे खड़ा हो ,भले पाकिस्तानी कूटनीति की में बार बार पीटने पर इसके निति नियंता बार बार उसी के सामने मांडने के लिए तेयार बेठे हो ,चाहे चाइना के सामने घिघयाते हो ,नेपाल और बंगलादेश की पग चम्पई करते हो ,चाहे अनाज सड़ने को ले कर सुप्रीम कौर्ट फटकार खानी पडी हो ,चाहे इसके मंत्रियो ने हजारो करोड़ रुपयों का सरकारी खजाने को चूना लगाया हो ,चाहे कोई गिलानी जेसा बूढा भालू ,और अन्ध्रूर्ति जेसी पर्सीधि की भूखी लोमड़ी नींद में
इनकी बजा जाये |
इन सारी बातो पर इनको कोई शर्म नहीं ,निर्लजता तो देखिये तीन अरब का अकेला भरसटा खाने वाला कलमाड़ी और विधवा सेनिक स्त्रीयों के फलेटो को साले सालियों में बाँटने वाला सी,एम् चह्वाण त्याग मूर्ती इटालियन मेम और माननीय इमानदार पि.एम् के साथ दिल्ही कांग्रेस अधिवेशन में मंच शेयर कर रहे थे | तताकथीत इमानदार की ईमानदारी ही सारे चोरो की ढाल बन गयी हे |इसी मंच से इन सब कालिख पोतु गंदगियो को दरी के निचे सरकाते हुवे हेंडलूम नेता परनव मुखर्जी दुवारा आर .एस .एस जेसे रास्ट्रवादी संघटन को आतंकवादी संघटन बता कर सता का दंभ भरा ,वंही बचकाना सा और पालतू टाइप पर्वक्ता मनीष तिवारी अपने आधे खुलते मूह से हमेशा कांग्रेस सत्ता दंभ की दलाली करता रहता हे |ये गरीबो और गाँवो के बारे मेमोंटेक सिंह आहुवालिया के बयान ,पि.चिदम्बरम का भगवा आतंक वाद का बयान ,वंही शुगर मिलो के सबसे बड़ा दलाल शरद पंवार की अमीरी आयते ,वंही मिक्स मिस्चिफ राहुल गांधी का सिम्मी और संघ की तुलना ,आने वाले चुनावो में बहुत भारी पड़ने वाली हे ,महतवपूर्ण मुद्दों पे घिरने पर हिन्दुत्व और रास्ट्रवाद के बारेमे इनकी कुबयानी इन्हीको भारी पड़ेगी |जेसा की सभी को पता हे की मुस्लिम तुस्टीकर्ण कांग्रेस का प्रिय शगल हे ,इन कुबयानो से एक तीर से दो शिकार हो जाते हे ,मुस्लिम इसकी बर्ग्लाई में जाते हे और मध्यम वर्ग जो की शहतूत के कीड़ो की तरह अपने को कोकूनो में महफूज रहना चाहता हे और तथाकथित आधुनिक कहलाने के लिए सेकुलर्ता का पट्टा अपने गले बांधे घुमा फिरता हे उसे ये कांग्रेस ठीक लगती हे ,और गाँवो में नरेगा जेसी महाभर्स्ट योजना की भीख | लकिन जिस धरसटा से भ्रसटाचार और के मूदे का सुपर्चार हुआ हे , उसके बाद इन लुप्त प्राय जीवो को बचाने की सरकारी मुहीम शुरू हुई ,उस से शहरी मत दाता उदेल्लित हे ,अबकी कांग्रेस की वो उलटे जूते से बजाएगा |देखते जाइये

वन्देमातरम

6 comments:

  1. स्वागतम स्वागतम…
    पहली ही पोस्ट धमाकेदार :) :)
    सारे मुद्दे एक ही पोस्ट में ले लिये मान जी…
    एक एक करके कांग्रेसियों को नंगा कीजिये ना…

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  2. मेरे भाई हिन्दुस्तान मे राजनीति के हमाम मे सब नंगे है।
    सारी पार्टियां चोर चोर मोसेरे भाई हैं ये पब्लिक को दिखाने के
    लिये एक दूसरे के विरोधी हैं।

    बहिरा बांटे रेवड़ी अंधरा चीन्ह चीन्ह के देय

    ऐसी कौन सी पार्टी है या ऐसा कौन सा नेता है जो भ्रष्ट नही
    है आज कल तो भ्रष्टाचार की होड़ मे संत महत्मा भी कूद पड़े
    हैं। राजनीती मे धर्म और धर्म मे राजनीती घुस कर खिचड़ी बन
    गयी है। मेन मकसद है पैसा कैसे कमायें क्योंकि करोंड़ो रुपये
    फूंक कर गद्दी पायी अगले चुनाव मे लगाना है।
    अपने भारत मे गुलामी का जींस फुल फॉम मे है हम और आप लोग ही उसे जिंन्दा रखे हुऐ है जैसे हर नेता हर पार्टी के पीछे भारी भीड़ है। नेता चाहे जो करवा दे गुलाम मरने मारने पर उतारु हो जाते हैं।
    जिस दिन ये गुलामी का जींस मर जायेगा उस दिन ये नेता और अपना भारत सुधर जायेगा।
    अब देखिये यदि मै किसी पार्टी से जुड़ा हूं तो विरोधी पार्टी के उूपर खीज उतारुंगा क्योकि वो सत्ता मे है जिस दिन मेरी पार्टी सत्ता मे आजायेगी मुझे अपनी पार्टी जिससे मै आस्था से जुड़ा हूं उसकी गलती पर मजबूरी है मै आंखें बंद कर लूंगा।
    क्योकि मे गुलामी की जंजीरों से जकड़ा हूं कही न कहीं मेरा स्वार्थ भी जुड़ा है।

    भाई खीज कर अपने खून को मत जलाओ कमजोर हो जाओगे। चिल्लाते चिल्लाते कई उूपर चले गये नेताओं को कोई फर्क नही पड़ता मोटी खाल के होते है नेताओ की जात अलग होती है। इनके इंसान का दिल नही रहता और न ये इंसान रह जाते हैं

    एक लेख पढ़ा था

    अगर दुनिया को बदलना है तो खुद को बदल डालो दुनिया अपने आप बदल जायेगी।

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  3. Suresh Chiplunkar भाई

    इस जींस को मारने की शुरुआत हमे और आपको करनी पड़ेगी।

    फालतू मे अपनी एनर्जी नंगा करने मे वेस्ट कर रहे हैं।

    आसमान मे थूंकोगे थूक वापस मंुह पे गिरेगा

    पहले हम इस गुलामी से बाहर निकले और फिर दूसरो को निकालने मे ताकत लगाये।

    अच्छे प्रयास सार्थक होते है

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  4. बी न शर्मा से इस बात का साबुत तो ले कर देखो सही हे या गलत सही हे तो मुझे भी दिखा दो..."बुखारी -(वुजू )जिल्द 1 किताब 4 हदीस 234 / बुखारी -जिल्द 8 किताब 82 हदीस ७९४ / बुखारी -जिल्द 7 किताब 71 हदीस 590 इनमे से जो तुझे मिल जाये उसे स्केन करके सभी को दिखा और अपनी सचाई साबित कर"

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